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कैलिफ़ोर्निया के BAPS मंदिर पर नफ़रत भरे नारे: हिंदू समुदाय की चिंता

कैलिफ़ोर्निया के BAPS मंदिर पर नफ़रत भरे नारे: हिंदू समुदाय की चिंता

हाल ही में अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया राज्य में स्थित BAPS श्री स्वामीनारायण मंदिर (न्यूअर्क) की दीवारों पर नफ़रत भरे नारे लिखे गए। यह घटना सितंबर 2023 में हुई और इसने हिंदू समुदाय को झकझोर दिया। “खालिस्तान जिंदाबाद” और “हिंदुस्तान मुर्दाबाद” जैसे नारों से भरे इस हमले ने नस्लीय और धार्मिक नफ़रत की बढ़ती समस्या को फिर से उजागर किया है। यह मंदिर न केवल हिंदुओं की आस्था का केंद्र है, बल्कि अपनी खूबसूरत वास्तुकला के लिए भी मशहूर है। आइए, इस घटना और उसके असर को समझें।

कैलिफ़ोर्निया के BAPS मंदिर घटना क्या हुई? 

कैलिफ़ोर्निया के BAPS मंदिर  कुछ अज्ञात लोगों ने रातोंरात मंदिर की दीवारों पर स्प्रे से नारे लिख दिए। ये नारे भारत और हिंदू धर्म के खिलाफ़ थे। मंदिर के लोगों ने सुबह यह देखा तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने इसे “नफ़रत अपराध” (हेट क्राइम) मानते हुए जांच शुरू की, लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।

लोगों और नेताओं की प्रतिक्रिया

इस घटना पर सभी धर्म और समुदाय के लोगों ने गुस्सा जताया। मंदिर प्रशासन ने कहा, “यह मंदिर शांति और एकता का प्रतीक है। ऐसी घटनाएं समाज को बांटने का काम करती हैं।” अमेरिकी नेताओं ने भी इसकी निंदा की और हिंदू समुदाय की सुरक्षा का भरोसा दिलाया। भारत सरकार ने भी अमेरिका से मंदिर की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की।

इस मामले ने “खालिस्तान आंदोलन” को फिर से चर्चा में ला दिया। यह आंदोलन भारत के पंजाब राज्य को अलग देश बनाने की मांग करता है, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत कम समर्थन मिला है। कुछ लोगों का मानना है कि यह वैंडलिज़्म (मंदिर को नुकसान पहुंचाना) उन लोगों ने किया जो इस आंदोलन का समर्थन करते हैं। हालांकि, सिख समुदाय के बहुत से लोगों ने इस घटना से दूरी बनाई है और कहा है कि सिख धर्म शांति और सम्मान सिखाता है।

कैलिफ़ोर्निया के BAPS मंदिर अमेरिका में हिंदू मंदिरों पर हमलों का सिलसिला

यह पहली बार नहीं है जब अमेरिका या कनाडा में हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया हो। पिछले कुछ सालों में ऐसी कई घटनाएं हुई हैं:

  1. न्यूयॉर्क में एक मंदिर की मूर्तियों को तोड़ा गया।
  2. कनाडा में मंदिर में आग लगाने की कोशिश की गई।
  3. वाशिंगटन में मंदिर की दीवारों पर अपमानजनक नारे लिखे गए।

हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (HAF) जैसे संगठनों का कहना है कि ये हमले अक्सर भारत सरकार की नीतियों के विरोध में किए जाते हैं, लेकिन इसका गलत निशाना हिंदू धर्म और मंदिर बन जाते हैं। उदाहरण के लिए, 2020-21 में भारत के किसान आंदोलन के दौरान भी कनाडा और अमेरिका के कुछ मंदिरों पर हमले हुए थे।

हिंदू समुदाय पर क्या असर पड़ा?

अमेरिका में रह राले हिंदू परिवारों के लिए यह घटना डरावनी है। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी चिंता जताई:

  • “मंदिर हमारे लिए पूजा की जगह है, यहां नफ़रत क्यों फैलाई जा रही है?”
  • “क्या हम अपने बच्चों को मंदिर ले जाने में सुरक्षित महसूस करेंगे?”

कुछ युवाओं ने कहा कि वे अब मंदिर जाने से पहले दो बार सोचते हैं। यह डर उन्हें अपने ही देश में अलग-थलग कर देता है।

क्या है समाधान?

  1. कानून का सख्ती से पालन: पुलिस को ऐसे मामलों को गंभीरता से लेना चाहिए और अपराधियों को सजा दिलानी चाहिए।
  2. जागरूकता: स्कूलों और समुदायों में धार्मिक सहिष्णुता (Religious Tolerance) के बारे में शिक्षा दी जाए।
  3. एकता: सभी धर्मों के नेता मिलकर शांति का संदेश फैलाएं।

BAPS मंदिर के लोगों ने पहले ही शांति सभाएं आयोजित की हैं, जहां हिंदू, सिख, मुस्लिम, और ईसाई नेताओं ने एक-दूसरे का समर्थन किया। उनका कहना है, “नफ़रत का जवाब प्रेम से देना चाहिए।”

निष्कर्ष

कैलिफ़ोर्निया के BAPS मंदिर पर हुए हमले ने यह साबित किया है कि नफ़रत किसी एक देश या समुदाय तक सीमित नहीं है। अमेरिका जैसे देश, जहां विविधता को ताकत माना जाता है, वहां भी धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है। ऐसे में, सरकारों और समाज को मिलकर काम करना होगा।

हर व्यक्ति की ज़िम्मेदारी है कि वह नफ़रत की आवाज़ के खिलाफ़ खड़ा हो। अगर आपके आसपास ऐसी कोई घटना होती है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। याद रखें: “मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, या चर्च—सभी ईश्वर का घर हैं।”https://india360news.com/%e0%a4%95%e0%a5%87%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%b0%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%aa%e0%a4%b5%e0%a5%87-2025/

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